हार्दिक पांड्या अब सीमित ओवरों में भारतीय क्रिकेट टीम के नए कप्तान बन चुके हैं और उनकी कप्तानी में भारतीय टीम लगातार सफलता की सीढ़ियों को चढ़ रही है। हार्दिक पांड्या की तरह ही उनके बड़े भाई कृणाल पांड्या भी क्रिकेट के खेल से जुड़े हुए हैं और कई मौकों पर इन दोनों भाइयों ने भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व भी किया है हालांकि कृणाल पांड्या अपने भाई की तरह शानदार बल्लेबाजी और गेंदबाजी करने में सक्षम नहीं है जिसकी वजह से इस समय वह भारतीय टीम में शामिल नहीं है। हालांकि इन दोनों ही भाइयों ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए लंबा संघर्ष किया है और आइए आपको बताते हैं कैसे बचपन में भूखे पेट यह दोनों भाई क्रिकेट खेलने के लिए चले जाते थे जिसका जिक्र इन दोनों ने सबके सामने हाल ही में किया है।
हार्दिक और कृणाल की जोड़ी है सबसे सुपरहिट
हार्दिक पांड्या ने जबसे सीमित ओवर में भारतीय टीम की कप्तानी संभाली है उसके बाद से ही सभी लोग इस खिलाड़ी की जमकर प्रशंसा करते नजर आते हैं। हर किसी को यह बात पता है कि हार्दिक के लिए इस मुकाम पर पहुंचना बिल्कुल भी आसान नहीं था वहीं दूसरी तरफ उनके भाई कृणाल पांड्या भी आईपीएल में अपना जलवा दिखाते नजर आते हैं। इन दोनों भाइयों ने बहुत मुश्किल से यहां तक का सफर तय किया है क्योंकि एक समय में इन दोनों के घर की आर्थिक स्थिति इतनी खराब थी कि मात्र ₹200 के लिए यह दोनों अपने घर से 25 किलोमीटर दूर तक क्रिकेट खेलने चले जाते थे। आइए आपको बताते हैं कैसे खुद इन दोनों भाइयों ने बताया है कि गुरुद्वारे में पूरी रात सो कर यह दोनों रात गुजारा करते थे ताकि क्रिकेट के अभ्यास के लिए उन्हें भाड़ा ना लगे।
साल भर तक खाया था गुरुद्वारे का लंगर
हार्दिक पांड्या और उनके बड़े भाई कृणाल पांड्या के संघर्ष को जिसने भी सुना है तब सभी लोग यही कहते नजर आते हैं कि यह दोनों ऐसे खिलाड़ी है जिन्होंने इस मुकाम पर पहुंचने के लिए लंबा संघर्ष किया है और कहीं न कहीं लोगों की यह बात सच है क्योंकि लगभग 1 सालों तक हार्दिक और कृणाल ने गुरुद्वारे के लंगर में खाना खाकर अपनी रात गुजारी थी। यही नहीं कई टूर्नामेंट में यह हर मैच खेलने के ₹200 लेते थे जिससे यह अपने पॉकेट खर्च को निकालते थे जो दर्शाता है कि इन दोनों भाइयों ने भारतीय टीम तक पहुंचने के लिए कितना लंबा संघर्ष किया है। इन दोनों भाइयों के संघर्षों को जिसने भी देखा है तब सभी लोग इन दोनों की खूब तारीफ करता नजर आ रहा है और यह कह रहा है कि यह दोनों भाई इस सफलता के मुकाम पर पहुंचने के लिए इतना लंबा संघर्ष कर रहे थे।