भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी जी की मां हीराबेन स्वर्ग सिधार गई। जिसने भी नरेंद्र मोदी की मां के बारे में यह बात सुना कि उनकी मां अब इस दुनिया में नहीं रहे तब सभी लोग उनके लिए प्रार्थना करते नजर आए। सभी लोग हीराबेन की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते नजर आए और साथ में सभी लोग नरेंद्र मोदी के साथ में खड़े नजर आए। पिछले कुछ दिनों से माननीय प्रधानमंत्री की मां की सेहत खराब चल रही थी जिसके कारण अहमदाबाद के अस्पताल में उन्हें भर्ती भी करवाना पड़ा था जहां पर कुछ दिनों से उनका इलाज चल रहा था। आइए आपको बताते हैं कि कैसे प्रधानमंत्री की मां होने के बाद भी हीराबेन इतनी सादगी में रहती थी कि सभी लोग उनके जाने के बाद उन्हें नमन करते नजर आ रहे हैं।
हीराबेन रहती थी बिल्कुल साधारण महिलाओं की तरह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन के निधन के बाद सभी लोग उनके आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते नजर आ रहे हैं। बताया जाता है कि प्रधानमंत्री की मां हीराबेन में इस बात का तनिक भी घमंड नहीं था कि उनका बेटा भारत का प्रधानमंत्री है। उनके आवास के आस पड़ोस के रहने वाले लोग यह कहते हैं कि बहुत सादगी में हीराबेन अपनी जिंदगी व्यतीत करती नजर आती थी। वह खुद का काम स्वयं करती थी और अपने घर के लिए उन्होंने किसी भी नौकरानी को नहीं रखा था। इसके अलावा वह बहुत ही सस्ती साड़ियां पहनती थी और उनके घर में महंगे सामान का कोई नामोनिशान नहीं था। आइए आपको बताते हैं मोदी जी की मां के निधन के बाद कैसे लोग उनकी सादगी की जमकर प्रशंसा करते नजर आ रहे हैं।
सादा जीवन जीती थी नरेंद्र मोदी की मां
नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन के निधन से सभी लोग बहुत दुखी हैं। हर कोई इस बात को जानता है कि मोदी जी के जीवन में उनकी मां क्या अहमियत रखती थी। खुद मोदी जी कहते हैं कि यह सादगी उन्हें अपनी मां से विरासत में मिली है और उनकी मां खुद बहुत सादगी में रहती थी। एक तरफ तो जहां कुछ लोग क्षण भर के लिए भी अगर विधायक या किसी पोस्ट पर आ जाते हैं तो तुरंत ही दिखावा करने लगते हैं लेकिन वही प्रधानमंत्री की मां होने के बाद भी हीराबेन किसी भी प्रकार के साज-सज्जा और चकाचौंध की दुनिया से कोसों दूर रहती थी। हीराबेन की इसी वजह से लोग जमकर प्रशंसा कर रहे हैं और यह कहते नजर आ रहे हैं कि वह बहुत ही दयालु थी और हरसंभव अपनी तरफ से वह लोगों का मदद करने के प्रयास करती रहती थी।